आपको जानकर आश्चर्य होगा कि अंतरिक्ष में भारी मात्रा में कचरा जमा हो चुका है, नेशनल ज्योग्राफिक की नॉन डेटेड रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 8000 मानव निर्मित ऑब्जेक्ट अंतरिक्ष में है।इसमें 1 इंच के प्लास्टिक टुकड़े से लेकर बड़े बड़े सैटेलाइट तक बहुत कुछ शामिल हैं।
अंतरिक्ष में कचरा बढ़ने का सबसे मुख्य कारण छोट सैटेलाइट और क्यूब सेट है। क्यूब सेट एक खास तरह का स्पेस क्राफ्ट होता है, ये मिनिएचर सैटेलाइट होता है जिसका वजन 1.333 किलो प्रति यूनिट जितना कम होता है। ज्यादातर कमर्शियल ही होता है।नई तकनीक के कारण स्पेस मिशन की कीमत कम हो गई है।ऐसे में प्राइवेट कंपनियां और और कमर्शियल प्रोजेक्ट के लिए स्पेस सैटेलाइट mission शुरू किए जाने लगे हैं। पिछले 60 सालों में space का कचरा बहुत बढ़ा है।
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को कई बार अपनी जगह से हटना पड़ता है,ताकि उसकी टक्कर किसी ऐसे छोटे सैटेलाइट से न हो जाए,जिसने काम करना बंद कर दिया है।स्पेस का कचरा न सिर्फ स्पेस स्टेशन , बल्कि आनेवाले समय में काम करने वाले सैटेलाइट, अंतरिक्ष यात्री और स्पेस क्राफ्ट सभी के लिए खतरनाक साबित होगा।
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अंतरिक्ष में कचरा बढ़ने का सबसे मुख्य कारण छोट सैटेलाइट और क्यूब सेट है। क्यूब सेट एक खास तरह का स्पेस क्राफ्ट होता है, ये मिनिएचर सैटेलाइट होता है जिसका वजन 1.333 किलो प्रति यूनिट जितना कम होता है। ज्यादातर कमर्शियल ही होता है।नई तकनीक के कारण स्पेस मिशन की कीमत कम हो गई है।ऐसे में प्राइवेट कंपनियां और और कमर्शियल प्रोजेक्ट के लिए स्पेस सैटेलाइट mission शुरू किए जाने लगे हैं। पिछले 60 सालों में space का कचरा बहुत बढ़ा है।
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